लेखनी प्रतियोगिता -05-Jul-2022 स्वामी दयानंद जी की जीवनी
लेखिका-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक- स्वामी दयानंद की जीवनी
मूल नक्षत्र में हुआ इनका जन्म
नाम कहलाया मूल शंकर
थी इनकी बुद्धि बड़ी प्रखर
इनकी प्रवक्ता से उमड़ती लहर
26 फरवरी को दयानंद सरस्वती की मनाई जाती जयंती
12 फरवरी 1824 को हुआ है जन्म
टंकारा नगर है इनका स्थल
आर्य समाज के कहलाते संस्थापक
दंडी स्वामी थे इनके शिक्षक
था उनका बड़ा ही कठोर व्यक्तित्व
बने उनके भगवा वस्त्र
दयानंद जी बने महर्षि दयानंद
भारत के भारतीयों का किया उन्होंने उद्गार
स्वतंत्रता संग्राम क्रांति की योजना के थे वो सूत्रधार
कूट कूट कर भरा था साहस
अपने प्रवचनों से दिया राष्ट्रवाद का उपदेश
भारतीयों को देश पर मर-मिटने के लिए देते संदेश
किये उन्होंने बहुत उल्लेखनीय कार्य
कुरीतियों का किया विरोध
18 86 में की दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज की स्थापना
हिंदू बनने के लिए किया प्रेरित
शुद्धि आंदोलन का किया आरंभ
स्वामी दयानंद की प्रसिद्ध पुस्तक
सत्यार्थ प्रकाश व कई वेद भाष्य थी इनकी पुस्तक
1901 में की गुरुकुल विद्यालय की स्थापना
30 अक्टूबर 1883 में पावन पर्व दिवाली पर
भगवान के घर ली शरणागत
वैदिक विचारधाराओ को किया पुनर्जीवित
इन कार्य को करते करते जीवन को किया समर्पित
Seema Priyadarshini sahay
06-Jul-2022 07:33 PM
बेहतरीन रचना
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Shrishti pandey
06-Jul-2022 01:26 PM
Nice
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Abhinav ji
06-Jul-2022 07:34 AM
Nice
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